दिमाग भी हे सेहत का जरुरी हिस्सा
हमारा शरीर एक एक सम्पूर्ण इकाई है। इससे सिर्फ दिखाई देने बाला शरीर नहीं आता ,बल्कि जो दिखाई नहीं देता बो भी आता है। दिमाग भी इसी का हिस्सा है। दिमाग हमारे शरीर का सचांलक है। इसलिए दिमाग के सवस्थ का होना भी जरुरी है। दिमाग की देखभाल भी जरुरी हिस्सा है।
इसे तो बिज्ञान भी सिद्ध कर चूका है कि हमारे शरीर को दिमाग ही गबर्न करता है। इस लिहाज से हमारे शरीर का सबसे महताबपूर्ण हिस्सा है। लेकिन चुकी ये दिखाई नहीं देता है। इसलिए इस पर काम ध्यान देते है। यह सोचना ठीक नहीं है। शरीर के सवस्थ को सक्रिय रखने के लिए दिमाग दिमाग का सवस्थ होना जरुरी है। और दिमाग के सवस्थ रहने के शरीर का सवस्थ होना जरुरी है। इसका मतलब ये हे की यह एक दूसरे के पूरक है। अक्सर यह माना जाता है की जिसका दिमाग जितना तेज चलता है ,वो उतना ही बुद्धिमान होता है। तभी शरीर के साथ साथ दिमाग को तेज करने के लिए तरह तरह के उपाए किये जाते है।
इसमें हर तरह की चीजे शामिल है , maind busting food से लेकर एक्सरसाज से से लेकर एक्टबिटिज तक। book पड़ना या फिर पहेलियाँ सुलझाना। math की ट्रिक या फिर या फिर दिमाग को चलाने बाला game खेलना अक्सर लोगो को चीज़ो को भूलने ,गलत निर्णय लेने और किसी चीज़ को प्रयास के बाद याद न कर पाने की समस्या होती है। इन बातो को दिमाग की कमजोरी समजा जाता है। अगर आप अपने रोजमर्रा की थोड़ी सी आदते बदल लेते है तो आप अपनी memory को voost कर सकते है। और अपनी याददास बढ़ा सकते है।
अच्छी नींद पर ध्यान दे
बहुत सारी शारीरिक और मानसिक परेशानियों की एक बड़ी बजह एक नींद की कमि से भी होती है। अगर आप चाहते है की आपका दिमाग भी तेज तर्रार रहे तो अच्छी और सुकून बाली नींद लेना जरुरी है। नींद के कारण हम अपने दिमाग में छिपी कई बातो को याद कर सकते है। अच्छी नींद को याददास बरक़रार रखने की छमता मिलती है। maind में temporal लोब की एक आंतरिक सरचना hipokeps के ही कारण याददाश्त को बढ़ाने में मदत करता है। ये इंसान के maind में दबी हुई चीज़ो को को बाहर लाता है।
धियान और योग का सहारा ले
ध्यान परयाणाम से तनाब दूर होता है। आत्मबीसबा स बढ़ता है और मस्तिष्क को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलता है। इन सब से याददास्त बढ़ती है। भ्रामरी प्राणायाम से ऐसे हार्मोन्स निकलते है जो maind को सन्ति देते है। साथ ही इस योग से दिमाग में जूझने की छमता बढाता है।
योग नियमित रूप से करें , इससे दिमाग संतुलित रहता है सोचने समझने की छमता को बढ़ाता है।
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