बेक्सीन लगाने में अनदेखी
हम सब जानते हे की कोरोना बायरस एक भयकर बीमारी का रूप ले चुकी है जिसके चलते पूरा देश बंद हो चुका है और हमारे देश की दशा और दिशा बहुत ही बदल चुकी है। और जो बेक्सीन लग रही हे बह भी कारगर सिद्ध नहीं है। जिसके चलते यह और भी चिंता का बिषय बन चुकि है।
बेक्सीन से हो रही मोतो का कारण
बेक्सीन लगने के बाद थोड़ा बॉडी में थकाबट और बुखार के लक्छड़ आते है क्योंकि जो नई दबा हमारे शरीर में प्रबेस करती है तो उसे उस दबा के अनुसार बॉडी में थोड़ा समय लगता है। और बुखार भी आना लाजमी है। परन्तु ,बेक्सीन लगने से मोत का कारण भी सामने आ रहा है। . जिस पर ज्यादा कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
जो नई बेक्सीन होती एक नार्मल सरीर के लिए होती होती है और नई दबाईया इसी तरह बनाई जाती है नार्मल शरीर मतलब किसी को कोई भी प्रकार की बीमारी न हो। जैसे शुगर ,हार्ड की बीमारी आदि और सी बीमारी
इन सब को चेक करने के बाद यदि बेक्सीन लगाई जाए तो इनके परिणाम बहुत ही अनुकूल प्राप्त होंगे। और जो बेक्सीन से मोते हो रही है यह कम हो सकती है।
कोरोना काल में यह भी बड़ी समस्या
कोरोना का समय चल रहा हे तो यदि किसी कारण बस किसी को सर्दी ,बुखार हो जाय तो बिना किसी इलाज के कोरोना साबित कर दिया जाता। जिससे उस मरीज के मानसिक दबाब बन जाता हे उसके दिमाग में बही चलने लगता है जिसके चलते बो और बीमार हो जाता है।
0 Comments