तो आसान हो जाएगा ये 9 माह का सफर

तो आसान हो जाएगा ये 9 माह का सफर 

पहली बार माँ बन रही महिलाए जहा आने बाले बच्चे के लिए उत्साहित होती है वही उनके मन में कई तरह के मन में बिचार तथा डर भी होते है,इस समय में अपनों की साथ की जरूरत बेहद ज्यादा होती है। 


महिला के लिए दुनिया का सबसे सुखद एहसास है माँ बनना। 9 माह तक के लिए उसके लिए यह किसी चुनौती से नहीं रहता है , इस दौरान बह कई बदलाबो से गुजरती है। चाहे बह शारीरिक हो या या मानसिक हो या भाबनात्मक हो। कई तरह डर भी उनके अंदर पनपते रहते है। में आज आप से बताने जा रहा हु की किस तरह का डर होता है , और में उसे दूर करने का तरीका भी बताने बाला हु। जिससे आप उन्हें  दूर कर सकते है।

डर 

माँ बनने के बाद मेरा फिगर विगड़ जाएगा ,स्ट्रेस मार्क्स और डलनेस आ जाएगी। और में अपनी पुरानी सेप में नहीं आ पाउगी। कितनी भी एक्सरासइज कर लो पुरानी सेप आने में महिनो लग जायगे। 


उपाय क्या करें 

माँ बनना भगबान का सबसे बड़ा उपहार है। इस तरह के बिचार ला कर  नकारात्मक न हो.शारीरक बदलाव को खुश होकर अपनाय।  खुद पर बिस्बास रखना बहुत जरुरी है। प्रेग्नेंसी के दौरान स्किन केयर करना जरूरी है, इसे जरूर करें। मेडिटेसन करे। डॉ की सलाह के बाद प्रसब बाद एक्सरसाइज़ भी सुरु कर दे।  

एक डर और 

इस न्यूज़ को  शेयर करे या न करे इस पर लोग क्या प्रतिक्रया रखेंगे , इसका असर मेरे कॅरिअर में तो नहीं पड़ेगा जो यह बिलकुल  बेतुकी बात हे.. 

क्या करें -------------------

-----------------यह आपके जीबन की सबसे बड़ी खुशी है।  इसे साझा करने में हिचकिचाए नहीं इस तरह की बाते बिलकुल भी न सोचे।

आप अपने दोस्त लोगो से बताए इससे सकारात्मक बिचार आयगे।

इन बातो का धियान रखे 

अपनी भाबनाओ को पार्टनर के साथ साझा करें ,जिससे बभनात्मक मजबूती । 

इस समय मकान बदलना ,जॉब बदलना इन सभी से बचे,और पूरी तरह आने बाले बच्चो पर ध्यान दे। 

यह एक बेसिक सलाह हे डॉ की सलाह और भी ले ले। 







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