ताकि त्यौहार के बाद न आए उदासी

 

त्योहारों की धूमधाम ,मोजमस्ती चमक धमक रहती हे और त्यौहार के बाद वैसा ही माहौल हो जाता जैसे लड़की की सादी में बिदाई के बाद जैसा माहौल हो जाता हे ,उदासी ,आलस्य जैसा लगने लगता है। 

फेस्टिबल ब्लूज से बाहर आना चाहते हे तो अपनाये कुछ महत्ब्पूर्ण उपाय,

ज्यादा आराम करें 

त्यौहार आने के महीने भर पहले से ही दिल दिमाग और सामान्य दिनों से ज्यादा सक्रिय हो जाते है। घर कि साफ सफाई , कपडे खरीदना उपहार आदि में अच्छी खासी मेहनत लग जाती है ,और हमारे लिए टाइम भी नहीं मिल पाता है। ऐसे में पर्याप्त आराम की जरूरत है। 

पसंदीदा खाना खाय

सुकून से घर में बैठकर ,हल्का गर्मागर्म खाना खाय दाल ,चपाती ,दही ,चाबल खाके आपको आनंद की तृप्ति महसूस होगी।आसपास घूमे 

उदासी और शरीर की सुस्ती को दूर करने के लिए ,मकान या छत या घर की बालकनी में या घर के आसपास कोई खुले मैदान में टहलने के लिए जाय धूप कि तपिस में शरीर कि मसाज होने दे ,और

मन कि सिलबटे निकलने दे आपको खुद बा खुद हल्का महसूस होगा। 




दोस्तों  से बात करें ,

पसंदीदा रिस्तेदारो ,या दोस्तों से बात करें ,गपसप करें ,हसीं मजाक करें इससे शरीर में ऊर्जा का प्रभाब बढ़ता है। 

हॉबी में शामिल हो 

त्यौहार में खालीपन होने के कारण उदासी जैसा महसूस होता है। ऐसे में खालीपन को दूर करने के लिए 

हॉबी कि महत्ब्पूर्ण भूमिका होती है। इन दिनों आपको अपनी पसंदीदा किताब पढ़े ,गाने सुने ,दूसरो के सपने पूरे करें। इससे आपका मन प्रसन्न होगा और आपको शांति सुकून का एहसास होगा। 


आगे की योजना बनाए 

जीबन गतिशील हे इसका रुकना ठीक नहीं है। इसलिए जो काम पेंडिंग में है उनको पूरा करते चले मन की उदासी पता भी नहीं चलेगा और ख़त्म हो जायगी। जो कुछ भी सोचा हे उसे लगन के साथ करते चले। जिससे आपको पता भी नहीं चलेगा। 

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