world Diabities day : क्या है ये बीमारी और इसके लक्छण कैसे करे बचाव


प्रत्येक बर्ष 14 नबम्बर को world Diabities day जिसे हम मधुमेह भी कहते है मनाया जाता है।  world Diabities day हर साल 14 नबम्बर को सर फेडिर्क बेंटिक के जन्म दिबस पर मनाया जाता है।  जिसने केनेडा के टोरंटो शहर में इन्सुलिन की खोज  कि थी।  पहली बार world Diabities day संघ और who ने मिलकर सन 1991 में 14 नबंबर के दिन किया गया था।  तभी से आज भी उसी दिन world Diabities day मनाया जाता है।  



world Diabities day मानाने का एक मुख्य कारण भी है।  क्योंकि इसी दिन


insulin कि खोज बाले बिज्ञान सर फ्रेड्रिक का जन्म हुआ था।  जिसे 1923 में चिक्तिसक का नोबल पुरुस्कार भी दिया गया था।  




खून में ग्लूकोज का इश्तर निर्धारित सीमा से ज्यादा होता है तो ऐसे में इसे मधुमेह Diabities कहा जाता है।  Diabities कि जीवन शैली या कह सकते है बंशानुगत बीमारी जो शरीर में पेन्क्रिया ग्रथियो के निस्क्रीय होने पर रोगी को बहुत ज्यादा प्रभाबित करती है।  पेन्क्रिया मतलब अग्नाशय ग्रंथियों के निष्क्रय होने पर इन्सुलिन बनना बंद हो जाता है।  साथ ही बसा और केर्स्टरोल  असामन्य हो जाते है।  

जिससे बहिकाओ में बदलाब हो जाता है, तो आँखों , गुर्दे , दिल दिमाग बहुत सारी problem का सामना करना पड़ता है।  





Diabities का सामान्य  ईश्तर 



  •  भूखे पेट 100 मिली ग्राम से कम होना चाहिए। 
  •  खाना खाने से पहले 70 से 130 मिली ग्राम होना चाहिए।  
  • खाना खाने के बाद रक्त में ग्लूकोज कि मात्रा 180 मिली ग्राम से कम होनी चाहिए।  
  • सोते समय खून में शर्करा कि सामान्य मात्रा 100 से 140 मिली ग्राम होनी चाहिए।  

मधुमेह (Diabities) के मुख्य लक्छण 
  • थकान , कमजोरी , पेरो में दर्द क्योंकि ग्लूकोज ऊर्जा में परिबर्तित नहीं हो पाता।  
  • यदि आप के सरीरी में कोई चोट  आ गई है , मतलब body के घाव ठीक न होना या  गेंग्रीन का रूप ले लेना।  
  • ज्यादा पेशाब या भूख लगना। 
  • यदि आप को चस्मा लगता है तो बार बार चश्मे का नम्बर बदलना।  
  • जननांगो में खुजली या संक्रमण होना आदि कारण।  

आहार के साथ साबधानियॉ 

  • नियमित शुगर की  जांच कराय।  
  • किसी भी तरह के घाव को को खुला न छोड़े।  
  • फलो का रस लेने कि बजाय , फल खाये।  
  • नियम बयाम करें इससे बजन नियंत्रित रहता है।  
  • योग भी डयबिटीज के रोगिओं के लिए सही है।  

who के अनुसार Diabities एशिया कि सबसे बड़ी समस्या है।  जिसका प्रभाव सबसे अधिक भारत में देखा गया   
है।   world Diabitiesफेडरर के अनुसार भारत में लगभग 6 . 5 करोड़ बयस्क Diabitiesऔर 7 .  5 करोड़ प्री डॉयबिटीज की समस्या से प्रभाबित है।  

who का कहना है कि सन 2030 तक 10 . 5 करोड़ हो जायगी Diabities के मरीज की संख्या।  

Post a Comment

0 Comments